भारतीय सेना को मिली नई इग्ला-एस मिसाइलें, वायु सुरक्षा प्रणाली में हुआ बड़ा इजाफा
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव, विशेषकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारतीय सेना अपनी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत कर रही है।

भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव, विशेषकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद, भारतीय सेना अपनी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत कर रही है। इसी कड़ी में रूस ने भारत को इग्ला-एस मिसाइलों की एक नई खेप भेजी है, जिससे सेना की वायु सुरक्षा प्रणाली को मजबूती मिली है।
ये मिसाइलें बेहद कम दूरी पर वायु रक्षा के लिए उपयोग की जाती हैं और भारतीय सेना के लिए रणनीतिक दृष्टि से बेहद अहम हैं। यह आपूर्ति केंद्र सरकार की आपातकालीन खरीद नीति के अंतर्गत की गई है, जिसके तहत करीब 260 करोड़ रुपये में यह सौदा पूरा किया गया। इसके अलावा सेना ने 48 नए लॉन्चर और 90 अतिरिक्त मिसाइलों की खरीद की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
रक्षा से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इग्ला-एस मिसाइलें हाल ही में सेना को सौंपी गई हैं और इन्हें सीमाओं पर तैनात अग्रिम चौकियों पर तैनात किया जा रहा है। इसका उद्देश्य दुश्मन के फाइटर जेट्स, हेलिकॉप्टर्स और ड्रोन जैसे हवाई खतरों से सुरक्षा सुनिश्चित करना है। विशेष रूप से पश्चिमी सीमाओं पर वायु रक्षा को और मजबूत किया जाएगा।
इग्ला-एस मिसाइल की खासियत
इग्ला-एस मिसाइल इंफ्रारेड सीकिंग तकनीक पर आधारित है, यानी यह दुश्मन के एयरक्राफ्ट के इंजन की गर्मी पहचान कर उसे निशाना बनाती है। इस वजह से इसे रडार पर पकड़ पाना मुश्किल होता है। यह मिसाइल छह किलोमीटर तक की दूरी और लगभग 3.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ रहे लक्ष्यों को सटीकता से भेद सकती है।
सेना पहले से ही इसके पुराने वर्जन का इस्तेमाल कर रही थी, लेकिन इग्ला-एस के नए संस्करण से भारतीय सेना की एयर डिफेंस कैपेबिलिटी में कई गुना इजाफा होगा। यह प्रणाली खासतौर पर पाकिस्तान की ओर से आने वाली किसी भी हवाई चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
What's Your Reaction?






