पाकिस्तानी महिला से शादी पर बर्खास्त जवान की गुहार: “मैंने अधिकारियों को जानकारी दी थी, मुझे इंसाफ चाहिए”
पाकिस्तानी महिला से विवाह करने और उसे अवैध रूप से भारत में रखने के आरोप में सीआरपीएफ से निकाले गए जवान मुनीर अहमद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से न्याय की अपील की है।

पाकिस्तानी महिला से विवाह करने और उसे अवैध रूप से भारत में रखने के आरोप में सीआरपीएफ से निकाले गए जवान मुनीर अहमद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से न्याय की अपील की है। मुनीर का दावा है कि उन्होंने अपनी शादी की पूरी जानकारी अधिकारियों को पहले ही दे दी थी, फिर भी उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।
“मैंने कुछ नहीं छुपाया” - मुनीर अहमद
जवान मुनीर अहमद ने बताया कि उनका परिवार 1947 में बंटवारे के दौरान अलग हो गया था और उनके कई रिश्तेदार पाकिस्तान में बस गए। उन्हीं के परिवार की एक लड़की मीनल से शादी उनकी मां-बाप की मर्जी से तय हुई थी। उन्होंने कहा कि मई 2024 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने मीनल से शादी की, और शादी के बाद उन्हें अल्पकालिक वीजा भी मिला था। बाद में मीनल ने लॉन्ग टर्म वीजा के लिए आवेदन कर दिया था, जिसकी प्रक्रिया अब भी चल रही है।
मुनीर ने बताया कि उन्होंने शादी की जानकारी 2022 से ही विभाग को देना शुरू कर दी थी। उन्होंने न सिर्फ मौखिक रूप से बताया बल्कि शादी के कार्ड, स्थान और पत्नी के वीजा दस्तावेज भी अधिकारियों को सौंपे थे। इसके बावजूद, उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।
“देशभक्ति पर कोई सवाल नहीं”
मुनीर ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि वह आतंकवाद के खिलाफ हैं और चाहते हैं कि पाकिस्तान पर सख्त कार्रवाई हो। उन्होंने कहा, “मैं एक सच्चा देशभक्त हूं, और मेरा उद्देश्य कभी भी देश की सुरक्षा को खतरे में डालना नहीं था। मैं सिर्फ अपने वैवाहिक अधिकारों के तहत शादी करना चाहता था।”
उन्होंने केंद्र सरकार से निवेदन किया है कि उनके केस की निष्पक्ष जांच हो और उन्हें न्याय मिले।
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