फारूक अब्दुल्ला का बयान: पहलगाम हमले में लोकल मदद की आशंका, पाकिस्तान को लगाई फटकार
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह हमला स्थानीय सहयोग के बिना संभव नहीं हो सकता।

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह हमला स्थानीय सहयोग के बिना संभव नहीं हो सकता। फारूक ने सवाल उठाया कि आतंकी वहां तक पहुंचे कैसे? जरूर किसी लोकल ने उन्हें मदद पहुंचाई होगी।
हालांकि, पाकिस्तान के खिलाफ भारत सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसलों पर उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, "यह प्रधानमंत्री का अधिकार है, मैं इस पर कुछ नहीं कहूंगा।"
इसके साथ ही, फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान और वहां के नेताओं को आड़े हाथों लिया। उन्होंने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी की धमकियों को खारिज करते हुए कहा कि इस तरह की बयानबाज़ी से कोई हल नहीं निकलने वाला। उन्होंने कहा, "अगर हम ऐसे बयानों पर ध्यान देंगे तो कश्मीर कभी आगे नहीं बढ़ पाएगा।"
सिंधु जल संधि पर बोले- पुनरावलोकन जरूरी था
भारत द्वारा सिंधु जल संधि की समीक्षा और इसे स्थगित करने की पहल पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि काफी समय से इसकी पुनरावृत्ति की ज़रूरत महसूस की जा रही थी। उन्होंने इस कदम को उचित बताया।
आदिल हुसैन के घर पहुंचे, दी श्रद्धांजलि
फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए स्थानीय युवक आदिल हुसैन के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने आदिल को "शहीद" बताते हुए कहा कि वह आतंकियों से डरे नहीं, बल्कि डटकर मुकाबला किया। फारूक बोले, "यही इंसानियत है, यही कश्मीरियत है।"
बता दें कि आदिल एक पोनी राइड ऑपरेटर के रूप में कार्यरत था और 26 मृतकों में एकमात्र स्थानीय था, बाकी सभी पर्यटक थे।
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