मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को बताया उत्तराधिकारी, लखनऊ रैली की बड़ी बातें
लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती ने महारैली में भतीजे आकाश आनंद को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया। चंद्रशेखर आजाद पर भी बिना नाम लिए साधा निशाना, कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने का संदेश दिया।

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने मंगलवार को आयोजित महारैली में अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी का राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि आकाश फिर से पार्टी के मूवमेंट से जुड़ चुके हैं और अब उनके मार्गदर्शन में काम करेंगे। मायावती ने कहा, “जिस तरह कांशीराम जी ने मुझे आगे बढ़ाया, उसी तरह मैंने आकाश आनंद को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। मुझे विश्वास है कि आप सभी उनका भी उसी तरह समर्थन करेंगे जैसे मेरा किया।”
रैली के मंच पर इस बार खास बदलाव देखने को मिले। मायावती के बगल में पहली बार अन्य नेताओं के लिए सोफे लगाए गए थे। मंच पर मुस्लिम समुदाय से मुनकाद अली, नौसाद अली और शमसुद्दीन, दलित समाज से आनंद कुमार, आकाश आनंद, गिरीश चंद्र जाटव और धनश्याम चंद्र खरवार, जबकि ओबीसी और सामान्य वर्ग से सतीश चंद्र मिश्रा, उमाशंकर सिंह और विश्वनाथ पाल मौजूद थे। यह पहली बार था जब मायावती की किसी रैली में मंच साझा करने का अवसर अन्य नेताओं को भी मिला।
अपने संबोधन में मायावती ने सतीश चंद्र मिश्रा, उमाशंकर सिंह और विश्वनाथ पाल की भी तारीफ की। वहीं, उन्होंने नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद पर बिना नाम लिए तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “ऐसे बिकाऊ लोगों से सावधान रहें जो दलित वोटों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ स्वार्थी लोग हमें कमजोर करने के लिए नए संगठन बनवा रहे हैं और अंदर ही अंदर अपने उम्मीदवारों को जिताने की साजिश रच रहे हैं।”
उन्होंने आज़म खान के बसपा में शामिल होने की अटकलों पर भी प्रतिक्रिया दी और कहा, “मैं किसी से छिपकर नहीं मिलती, जब भी मिलती हूं, खुले में मिलती हूं।”
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मायावती ने इस रैली के जरिए दो संदेश दिए — एक, आकाश आनंद की वापसी और नेतृत्व को मजबूती देना; दूसरा, चंद्रशेखर आजाद जैसे नेताओं को निशाने पर लेकर अपने वोटबैंक को एकजुट रखना। लंबे समय बाद इतनी बड़ी भीड़ देखकर मायावती काफी उत्साहित नज़र आईं।
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